मेरा स्पष्ट मत है कि किसी वामपंथी संगठन को ऎसी संसथाओं से मदद नही लेना चाहिए। और अगर यह अनजाने में हुआ है तो इसके लिए माफी माँगते हुए वह सम्मान वापस कर देना चाहिए। अन्यथा यह वामपंथ की पहले से फीकी हुई रंगत को और बदनुमा करेगा। महासचिव महोदय को इसका स्पष्टीकरण शीघ्र देना चाहिए।
2 टिप्पणियां:
pragatisheel lekhak sangh nakkarkhana hai.
are kyon pareshan hote ho ghar ke jhagre blog per mat karo.
- Pradeep Tewari
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